उदयपुर। शहर में रविवार को आयोजित हुई रीट परीक्षा में डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने आए अभ्यर्थी से पूछताछ के बाद पुलिस ने बाड़मेर जिले के रहने वाले एक और युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने श्रवण बिश्नोई पुत्र पोखरा राम विश्नोई को गोपनीय तरीके से बुधवार को कोर्ट में पेश किया। श्रवण बिश्नोई ने ही सुरेश बिश्नोई के साथ मिलकर डमी कैंडिडेट कृष्णा राम विश्नोई को उदयपुर में एक होटल में रुकवाया था। श्रवण विश्नोई ने होटल में रुकवाने के साथ ही खाने-पीने का जिम्मा और सेंटर पर लाने ले जाने का काम भी देखा था। उसे डमी कैंडिडेट के बारे में पूरी जानकारी थी और फर्जी तरीके से परीक्षा के बारे में बनाए गए प्लान में भी शामिल था। बुधवार को पुलिस ने श्रवण को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि श्रवण विश्नोई ने कृष्णाराम विश्नोई के अलावा प्रकाश विश्नोई नाम के एक युवक को भी डमी अभ्यर्थी के रूप में सीसारमा के एक सरकारी स्कूल के सेंटर में एग्जाम दिलवाया था। प्रकाश ने विजय पारगी की जगह एग्जाम दिया और उसके बाद वो अपने गांव चला गया। उसका भी बस स्टैण्ड लेने – छोड़ने के अलावा रुकवाने का जिम्मा श्रवण के पास ही था। श्रवण ने सुरेश विश्नोई के एक व्यक्ति के कहने पर 2 डमी कैंडिडेट को यहां रुकवाया था। इस मामले में पुलिस अब सुरेश विश्नोई के अलावा प्रकाश विश्नोई की भी तलाश कर रही है। बता दे कि थर्ड ग्रेड टीचर की भर्ती परीक्षा रीट मैन्स के दूसरे दिन 26 फरवरी को उदयपुर की हिरणमगरी पुलिस ने डमी कैंडीडेट कृष्नाराम विश्नोई को पकड़ा। वो झाडोल, उदयपुर के रहने वाले संजय पारगी की जगह यह एग्जाम दे रहा था। उसने सुरेश विश्नोई से 5 लाख में यह डमी कैंडिडेट बनकर एग्जाम दिलवाने के सौदा किया था। इसके बाद कृष्णाराम ने पुलिस पूछताछ में सुरेश विश्नोई और श्रवण के सहयोग से यह पेपर देना देना स्वीकार किया। पुलिस ने मंगलवार को श्रवण विश्नोई को गिरफ्तार किया, जिसने कृष्णाराम के अलावा प्रकाश विश्नोई को डमी कैंडिडेट बनकर एग्जाम दिलवाना स्वीकार किया है।उदयपुर पुलिस ने गोपनीय तरीके से कोर्ट में किया पेश, बाड़मेर के श्रवण विश्नोई को तीन दिन के रिमांड पर सौंपा