अक्षमताओं को ताकत बनाकर जीतने का हौंसला सिखाती है फ़िल्म
उदयपुर। ‘मुझे मेरी क्षमता से जानों, अक्षमता से नहीं’ इसी कथन को सार्थक साबित करती शॉर्ट फ़िल्म अर्ज़ी ने अब तक 13 अंतर्राष्ट्रीय पुरुस्कार जीते है। यह फ़िल्म 13 अक्टूबर को यूट्यूब पर रिलीज होंगी। उदयपुर मे बनी इस फ़िल्म मे क्राइम पेट्रोल फेम गुलशन पाण्डे के साथ लेकसिटी के कलाकारों ने अभिनय किया है। इसकी कहानी एक दिव्यांग महिला डांसर के सपनों से जुडी है। निर्माता निदेशक अभिषेक जोशी ने बताया कि इस फ़िल्म मे मुख्यतया दिव्यांग लोगों को अपने सपने पुरे करने के लिए किन कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है उस पर फोकस किया गया है। फ़िल्म के डीओपी यश पंडियार ने बताया कि बॉलीवुड की पहली पसंद बन चुकी लेकसिटी मे यूँ तो बहुत सी फिल्मो की शूटिंग होती है लेकिन यहाँ शूट होने के बाद अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म फेस्टिवल मे 13 अवार्ड जीतना सभी कलाकारों के लिए गर्व की बात है। फ़िल्म का उद्देश्य दिव्यांग लोगों का हौंसला बढ़ाने के साथ उनमे कठिन परिस्थियों मे लड़ने की क्षमता को बढ़ावा देना है। दिग्गज प्रोडक्शन्स के बैनर तले बनी सामाजिक संदेश देती इस फ़िल्म की पटकथा बांसवाड़ा के लेखक हिमांशु भट्ट ने लिखी है, म्यूजिक शाहनवाज़ खान का है और सबटाइटल नवीन पंड्या ने लिखें है। उन्होंने बताया कि करीब 14 मिनट की इस शॉर्ट फ़िल्म को विद्या भवन पोलिटेक्निक कॉलेज मे शहर के सीनियर थिएटर आर्टिस्ट रमेश नागदा समेत 5 कलाकारों ने सिर्फ दो दिन की मेहनत के बाद शूट किया है। इसमें कॉलेज के प्रधानाचार्य अनिल मेहता का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। फ़िल्म के डायरेक्टर अभिषेक जोशी है जिन्हे रवि नागदा ने असिस्ट किया है।समाज मे महिला डांसर को देखने का नज़रिया बदलेगी ‘अर्ज़ी’

लेखक हिमांशु भट्ट ने बताया कि यह कहानी सत्य घटना पर आधारित है। फ़िल्म मे कई महिलाओं के उदाहरण देखने को मिलेंगे जिन्होंने विपरीत परिस्थियों मे सफलता के आसमान को छुआ है। कई बार समाज मे महिला डांसर को नाचने वाली जैसे शब्दों से सम्बोधित जाता है। ऐसे लोगो का नज़रिया भी इस फ़िल्म को देखने के बाद जरूर बदलेगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी वे दिग्गज प्रोडक्शन्स के लिए कई कहानियां लिख चुके है जिसमे पिता पुत्र के रिश्ते पर आधारित फ़िल्म ‘साईकिल’, युवाओं मे बढ़ते नशे की लत पर माँ की सौगंध और राम आ रहे है जैसी फिल्मो के साथ हेलमेट के महत्व को बताती हिफाज़त भी शामिल है।
अंतर्राष्ट्रीय पटल पर लेकसिटी के 17 कलाकारों ने छोड़ी छाप
फ़िल्म के निदेशक अभिषेक जोशी ने बताया कि उन्होंने अब से पहले भी कई शॉर्ट फिल्मे बनाई है जिन्हे इसी तरह अवार्ड्स भी मिले है। फ़िल्म साईकिल के लिए जोशी को इंटरनेशनल एक्सीलेंस अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है लेकिन अर्ज़ी एक ऐसी फ़िल्म है जिसे सबसे कम समय मे बनाया है। इसमें 5 मुख्य कलाकारों के साथ पोस्ट प्रोडक्शन टीम के 12 सदस्य शामिल है और ये सभी उदयपुर के रहने वाले है। फ़िल्म में रमेश नागदा, प्रिया मिश्रा, मोहसीन खान और प्रशांत पुरोहित ने अभिनय किया है। केसीएल सिनेमाटोग्राफी के तहत इसका पोस्ट प्रोडक्शन किया गया है जिसमे अर्जुन चारण, ललित वैष्णव, गिरधारी मेघवाल, शेखर पुष्करना, जयदीप साहू, मोहित औदिच्य और हर्ष नासा का सहयोग रहा।
‘अर्ज़ी’ को पोंडिचेरी और तमिलनाडु मे आयोजित फेस्टिवल मे मिले ये 13 अवार्ड्स


फ़िल्म के सहायक निदेशक रवि नागदा ने बताया कि अर्ज़ी फ़िल्म को पोंडिचेरी मे आयोजित मोक्खो इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल मे बेस्ट इंडियन शॉर्ट फ़िल्म ऑन वीमेन, बेस्ट इंडियन शॉर्ट फ़िल्म और स्पेशल जूरी अवार्ड मिला है। वहीँ तमिल नाडु के चेन्नई मे आयोजित तमीज़हगाम इंटरनेशनल फेस्टिवल मे बेस्ट विमेंस शॉर्ट फ़िल्म, बेस्ट सिनेमाटोग्राफी और बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर का अवार्ड मिला है। तमिलनाडु के ही रोहिप इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल मे अर्ज़ी ने बेस्ट इंडियन शॉर्ट फ़िल्म 2024 का अवार्ड जीता जबकि अथ्वीकवरूनी फिम्ली फेस्टिवल मे स्पेशल जूरी और बेस्ट इंडियन शॉर्ट फ़िल्म के दो अवार्ड्स जीते। उन्होंने बताया कि ये सभी अवार्ड पिछले एक महीने के अंतराल मे मिले है और हाल ही मे कराईयूर मे आयोजित सित्तान्नावसल इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल मे कुल 4 अवार्ड अपने नाम किये जिसमें बेस्ट इंडियन शॉर्ट फ़िल्म, बेस्ट सिनेमाटोग्राफी और बेस्ट राइटर के साथ बेस्ट साउंड डिजाइन का अवार्ड शामिल है।