100 से ज्यादा दिव्यांग और ब्लाइंड स्टूडेंट्स ने देखी फ़िल्म, होंसलों की उड़ान का पर्याय बना शो
उदयपुर। देश विदेश में धूम मचा चुकी उदयपुर में बनी शॉर्ट फ़िल्म अर्ज़ी का रविवार को ग्रैंड प्रीमियर शो हुआ। भुवाणा स्थित थर्ड स्पेस के सिनेमाघर में आयोजित इस शो में 100 से ज्यादा दृष्टि बाधित एवं दिव्यांगजन शामिल हुए। अंतर्राष्ट्रीय पटल पर 13 पुरुस्कार जीतकर विशेष उपलब्धि हासिल करने के बाद फ़िल्म का पहला ही शो हॉउसफुल रहा। कार्यक्रम में उदयपुर सांसद डॉ मन्नालाल रावत, भाजपा शहर जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, अम्बामाता थानाधिकारी डॉ हनुमंत सिंह राजपुरोहित, सुखेर थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत और अर्थ डाइग्नोस्टिक्स के सिईओ डॉ अरविन्दर सिंह के साथ अंतर्राष्ट्रीय मनोवैज्ञानिक एवं मनोविश्लेषक डॉ अंजू गिरी बतौर स्थिति मौजूद रहे। विपरीत परिस्थियों में डटे रहकर संघर्ष करने वालो की कभी हार नहीं होने का संदेश देती इस फ़िल्म को प्रज्ञा चक्षु अंध विद्यालय के स्टूडेंट्स के साथ नारायण सेवा संस्थान के दिव्यांगजनों ने देखा और सकारात्मक ऊर्जा के साथ जीवन में कार्य करने की प्रेरणा ली। संचालन आरजे काव्य ने किया। 13 मिनट की फ़िल्म के प्रीमियर के बाद ऐसे चार विशिष्ठ अतिथियों का सम्मान किया गया जिन्होंने दिव्यांग होने के बावजूद समाज में मिसाल पेश करते हुए लोगों के लिए प्रेरणा बने है। जिसमें उदयपुर के आरएएस अधिकारी दीपक मेहता, अर्थ ग्रुप के डॉ अरविन्दर सिंह और प्रदेश में पहली बार दिव्यांग बूथ का जिम्मा संभालने वाले संजय पानेरी के साथ 78 बार रक्तदान करने वाले कंचन चटर्जी शामिल है। इन सभी विशिष्ठ अतिथियों ने भी समाज की मूल धारा के साथ काम करने में आ रही परेशानियों को लोगो के बीच रखा।
फ़िल्म निदेशक अभिषेक जोशी ने बताया कि फ़िल्म की इसमें क्राइम पेट्रोल फेम गुलशन पांडे के साथ उदयपुर के रमेश नागदा, प्रिया मिश्रा, मोहसीन खान और प्रशांत पुरोहित ने अभिनय किया है। फ़िल्म की शूटिंग यश साहू ने की है और म्यूजिक शाहनवाज़ खान ने दिया है। इस फ़िल्म की कहानी सत्य घटना पर आधारित है जिसे बांसवाड़ा के हिमांशु भट्ट ने लिखी है। उन्होंने बताया कि फ़िल्म को महज दो दिन कि मेहनत के बाद विद्याभवन पोलिटेक्निक कॉलेज की लाइब्रेरी में शूट किया गया है जिसे प्रीमियर शो के बाद यूट्यूब पर रिलीज किया गया। वहीँ शाहनवाज़ खान ने बताया कि डिओपी यश साहू के साथ पोस्ट प्रोडक्शन्स का सम्पूर्ण कार्य केसीएल की टीम द्वारा किया गया है जिसमे इंग्लिश सब टाइटल नवीन पंड्या ने लिखें है। फ़िल्म निदेशक अभिषेक जोशी को रवि नागदा ने असिस्ट किया है जबकि लाइन प्रोडूसर हर्ष नासा है। फ़िल्म के निर्माण में अनिल मेहता का विशेष योगदान रहा।